हरिद्वार में बोले मुख्यमंत्री – शिवभक्ति प्रदर्शन नहीं, आंतरिक साधना है, कांवड़ यात्रा में मर्यादा और अनुशासन जरूरी
गंगा घाट पर सीएम धामी ने कांवड़ियों के चरण धोए, दी शुभकामनाएं
हरिद्वार: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार स्थित ओम पुल के निकट गंगा घाट पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने देशभर से आए शिवभक्त कांवड़ियों के चरण धोकर उनका स्वागत किया और सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि आत्मिक शांति का मार्ग है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावण मास में शिवभक्ति का प्रभाव अत्यधिक बढ़ जाता है। जल अर्पण मात्र से भगवान शिव अपने भक्तों की इच्छाओं को पूर्ण करते हैं। उन्होंने हरिद्वार पुलिस, एचआरडीए और प्रशासनिक अधिकारियों को सफल आयोजन के लिए धन्यवाद भी दिया।
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विकास के साथ संस्कृति का संरक्षण – मोदी सरकार की प्राथमिकता
सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक धरोहरों का पुनरोत्थान हो रहा है। चाहे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर हो, राम मंदिर, महाकाल कॉरिडोर या केदारनाथ और बद्रीनाथ पुनर्निर्माण योजना—सभी तीर्थ स्थलों को नई पहचान मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदि कैलाश यात्रा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। उन्होंने कहा कि अब मां गंगा के तट पर हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर का निर्माण प्रस्तावित है, जिससे यह क्षेत्र काशी-अयोध्या की तरह और भव्य रूप में विकसित होगा।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतज़ाम – मोबाइल ऐप से लेकर वाटर एम्बुलेंस तक
कांवड़ यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए सरकार ने मोबाइल ऐप, स्वास्थ्य केंद्र, शौचालय, पार्किंग, विश्राम स्थल जैसी व्यवस्थाएं की हैं। होटल-ढाबों में गुणवत्ता पर भी निगरानी की जा रही है। वाटर एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई है ताकि आपातकालीन स्थिति में गंगा के रास्ते मरीजों को अस्पताल पहुंचाया जा सके।
धार्मिक यात्रा की सुरक्षा में कोई कमी न हो, इसके लिए हरिद्वार में तीन सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरे व ड्रोन तैनात किए गए हैं। साथ ही, जाम में फंसे मरीजों को जलमार्ग से अस्पताल पहुंचाने की सुविधा भी सुनिश्चित की गई है।
“जहां शिव हैं, वहां शांति भी है” – मुख्यमंत्री की अपील
मुख्यमंत्री ने हालिया घटनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि कुछ लोग यात्रा के उद्देश्य को भुलाकर अनुशासनहीनता कर रहे हैं। उन्होंने शिवभक्तों से अपील की कि विनम्र आचरण करें और किसी प्रकार का विघ्न न उत्पन्न करें। उन्होंने कहा कि सच्चा शिवभक्त वही है जो शांति और सहनशीलता को अपनाए।
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मुख्यमंत्री ने बताया कि सनातन धर्म की आड़ में धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ ‘ऑपरेशन कालनेमि’ चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य उन छद्म साधुओं को पकड़ना है जो भोलेभाले श्रद्धालुओं को ठग रहे हैं।
श्रीमद्भागवत गीता का पाठ अनिवार्य, शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी
धार्मिक शिक्षा को बढ़ावा देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकारी स्कूलों में श्रीमद्भागवत गीता का पाठ अनिवार्य किया गया है। इससे बच्चों में आध्यात्मिक चेतना और नैतिक मूल्यों की भावना जागृत होगी।
कार्यक्रम में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी, राज्यसभा सांसद डॉ. कल्पना सैनी, राज्यमंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि, मेयर, विधायकगण, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।